उसका सवाल …?????
क्या लिख लोगी तुम,????
क्या लिख लोगी,?????
नारी हो आखिर ..........
क्या लिख लोगी ????????
हर दम बस,
मौन ही तो रहती हो।
दुनिया के सब दर्द गम,
चुपचाप सहती हो।
बस करती रहती हो,
तुम सबसे अनुरोध।
कभी कर ही नहीं पाती तुम,
किसी का विरोध।
तुम्हारी क़लम, बस चुप्पी ही लिखेगी।
तुम्हारी प्रतिभा, दुनिया को क्या ख़ाक दिखेगी।
क्या लिख लोगी , तुम क्या लिख लोगी,
नारी हो तुम आखिर क्या लिख लोगी ??????????????
मेरा जवाब.......... । । । ।
नारी हूँ मैं,
शक्ति हूँ मैं,
इतना तो दम,
रखती हूँ मैं।
मेरी ताकत को,
तुम क्या जानो
स्त्री के स्त्रीत्व को,
तुम क्या पहचानों
मेरी चुप्पी भी.
वाचाल है,
जब गूंजी,
मचा बवाल है,
तुम चाहे दबा दो,
आवाज़ मेरी,
नहीं रुकेगी,
अब ये लेखनी।
नारी का मौन,
ये मुखर करेगी।
मेरी चुप्पी,
अब तुम क्या,
ये सारी दुनिया सुनेगी।
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